गुजिया का इतिहास/Gujiya History
Gujiya लगभग तेरहवीं शताब्दी के आसपास एक ऐसे मीठे व्यंजन के रूप में सामने आती है जिसे गुड़, आटे और शहद क मदद से बनाया जाता था। जिसे बनाने के लिए गुड़ और शहद को सूखे मेवों में मिलाकर आटे के पतले खोल में भरकर धूप में सुखाकर बनाया गया था। आज के समय की गुजिया की शुरुआत सत्रहवीं शताब्दी में उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड से होते हुए राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार आदि प्रदेशों में प्रचलित हो गयी। कुछ विद्वानों का यह भी मानना है की समोसे की शुरुआत के साथ ही गुजिया भी प्रचलन में आयी और त्योहारों का एक खास व्यंजन बन गयी।


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गुजिया कैसे बनायें?/Gujiya Recipe
इस स्वादिष्ट मिठाई को देश भर में अलग अलग नामों से जाना जाता है जैसे : घुगरा गुजरात में, करंजी महाराष्ट्र में, पेडकिया बिहार में तथा गुजिया, गुझिया उत्तर भारत में। उत्तर भारत में गुजिया होली का पर्याय बन चुकी है बिना गुजिया के आप होली की कल्पना भी नहीं कर सकते। गुजिया अर्धचन्द्राकार की पेस्ट्री होती हैं जिन्हें डीप फ्राई किया जाता है। पारंपरिक Gujiya Recipe में मीठा खोया या मावा, इलायची और कुछ नट्स की फिलिंग होती है।
तैयारी का समय : 30 मिनट
पकाने का समय : 30 मिनट
कुल समय : 1 घंटा
गुजिया बनाने के लिए सामग्री (8 लोगों के लिए)/Ingredients For Gujiya Recipe
सामग्री | मात्रा |
मावा | 100g |
मैदा | 200g |
घी | 50g |
सूजी | 50g |
काजू | 8 से 10 पीस (कटे हुए) |
बादाम | 8 से 10 पीस (कटे हुए) |
इलायची पाउडर | 1 छोटा चम्मच |
बूरा (पिसी चीनी) | 100g |
तेल या देशी घी | तलने के लिए |
गुलाब जल | 1 बड़ा चम्मच |
गुजिया बनाने की विधि/Gujiya Recipe
- एक कढ़ाई में मावा डालकर मध्यम आंच पर तब तक भूनें जबतक की मावा का रंग हल्का भूरा न हो जाये।
- फिर उसी कढ़ाई में देशी घी डालकर सूजी को गुलाबी होने तक भूनें।
- अब सूजी में कटे हुए काजू, बादाम को डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें।
- भुने हुए मावा को सूजी और मेवा के साथ अच्छी तरह मिक्स कर दें।
- अब मिक्सचर को एक कटोरे में निकालकर ठंडा होने के लिए रख दें।
- ठंडा होने पर इसमें बूरा (पिसी चीनी) और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह चला लें और अलग रख दें।
- अब एक कटोरे में मैदा, देशी घी, गुलाबजल और पानी डालकर मैदा को अच्छी तरह गूंध लें।
- अब इसे हल्के गीले कपड़े से ढककर रख दें।
- अब मैदा की लोई बनाकर उसको गोल बेलकर एक कटर या कटोरी की सहायता से गोल-गोल काट लें।
- अब बिली हुई लोई के किनारों पर पानी लगा लें और उसमें मिक्सचर को भरकर लोई को बंद करदें।
- अब ऊँगली की सहायता से किनारों को गोल-गोल मोड़कर दबाते हुए बंद कर दें।
- अब एक कढ़ाई में तेल को गर्म करलें और उसमें गुजिया डालकर हल्का गुलाबी होने तक तलें।
- इस प्रकार आपकी स्वादिष्ट Gujiya बनकर तैयार हैं, अब इनको तेल से निकालकर सर्व करें।
इसे भी पढ़े : Gujiya Recipe In English
गुजिया बनाने की विधि (चित्र सहित)/Gujiya Recipe With Image
- एक कढ़ाई में मावा डालकर मध्यम आंच पर तब तक भूनें जबतक की मावा का रंग हल्का भूरा न हो जाये।


- फिर उसी कढ़ाई में देशी घी डालकर सूजी को गुलाबी होने तक भूनें।


- अब सूजी में कटे हुए काजू, बादाम को डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें।


- भुने हुए मावा को सूजी और मेवा के साथ अच्छी तरह मिक्स कर दें।


- अब मिक्सचर को एक कटोरे में निकालकर ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने पर इसमें बूरा (पिसी चीनी) और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह चला लें और अलग रख दें।


- अब एक कटोरे में मैदा, देशी घी, गुलाबजल और पानी डालकर मैदा को अच्छी तरह गूंध लें। और इसे हल्के गीले कपड़े से ढककर रख दें।


- अब मैदा की लोई बनाकर उसको गोल बेलकर एक कटर या कटोरी की सहायता से गोल-गोल काट लें। अब बिली हुई लोई के किनारों पर पानी लगा लें और उसमें मिक्सचर को भरकर लोई को बंद करदें।


- अब ऊँगली की सहायता से किनारों को गोल-गोल मोड़कर दबाते हुए बंद कर दें।


- अब एक कढ़ाई में तेल को गर्म करलें और उसमें Gujiya डालकर हल्का गुलाबी होने तक तलें।


- इस प्रकार आपकी स्वादिष्ट Gujiya बनकर तैयार हैं, अब इनको तेल से निकालकर सर्व करें।


Gujiya Recipe Video
टिप्स
- आटे को सख्त गूंथ लें अगर आटा नरम होगा तो गुजिया की बाहरी परत नरम हो जाएगी ।
- गुजिया तलते समय तेल मध्यम गरम होना चाहिए. अगर तेल ठंडा है, तो गुजिया बहुत सारा तेल सोख लेगी और गुजिया नरम हो जाएगी। तेल में कम तापमान पर तलने पर ये टूट सकते हैं। यदि तेल बहुत गर्म है, तो पेस्ट्री का बाहरी हिस्सा तेजी से पक जाएगा और जल्दी से ब्राउन हो जाएगा, जबकि आटा के अंदर का भाग कच्चा या अधपका होगा।
- गुझिया रेसिपी की स्टफिंग में बदलाव के लिए, आप कुछ ठंडाई पाउडर, गुलकंद (गुलाब संरक्षित), कोको पाउडर (चॉकलेट के स्वाद वाली गुजिया के लिए) और कोई भी मेवा या ड्राई फ्रूट्स शामिल कर सकते हैं।
- आप आटे के लिए निम्न अनुपात का उपयोग कर सकते हैं – 2 कप मैदा या 2 कप साबुत गेहूं का आटा।
- यदि आप केवल मैदा का उपयोग कर रहे हैं, तो पहले ¼ कप पानी डालकर शुरू करें और जैसे-जैसे आटा गूंथते और गूंदते हैं, कुछ बड़े चम्मच और डालें।
- पूरे गेहूं के आटे के लिए, ⅓ कप पानी से शुरू करें और यदि आवश्यक हो तो कुछ और बड़े चम्मच डालें।
- इस प्रकार आटा गूंथते समय भागों में पानी डालें। अगर आटा सूखा लगे तो और पानी मिला लें और अगर आटा चिपचिपा लगे तो और आटा डालें।
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FAQ’s
Q-1. होली पर गुजिया क्यों बनाते हैं?
Ans. मथुरा वृन्दावन में सबसे पहले भगवान श्री कृष्ण को होली के दिन गुजिया का भोग लगाने का उल्लेख मिलता है इस कारण से होली के दिन गुजिया बनाने का चलन शुरू हुआ और एक अन्य कारण यह भी था की मुग़ल मूर्ति पूजा और प्रसाद वितरण के सख्त खिलाफ थे इसलिए खोवे से बने पेड़ों को आटे के बने खोल में छिपाकर भगवान को भोग लगाया जाता था और प्रसाद के रूप में वितरण किया जाता था।
Q-2. एक गुजिया में कितनी कैलोरी होती है?
Ans. एक गुजिया में 270 कैलोरी होती हैं, क्योंकि इसमें खोवे के साथ शक्कर का प्रयोग होता है और इसको डीप फ्राई किया जाता है।
Q-3. गुजिया कितने प्रकार के होते हैं?
Ans. गुजिया मुख्यतः चार प्रकार की होती हैं 1. मावा भरी गुजिया 2. रवा (सूजी) भरी गुजिया 3. मावा में ठंडाई पाउडर मिलकर बनी गुजिया 4. तलकर चाशनी में डूबी गुजिया।
Q-4. मावे में कितना प्रोटीन होता है?
Ans. 100 ग्राम खोवे में 20 ग्राम प्रोटीन होता है। इसके आलावा इसमें विटामिन D, विटामिन B, विटामिन K और कार्बोहाइड्रेट तथा फोरफोरस होते हैं।